अक्सर यह बात बहुत लोग बोल जाते हैं कि भगवान नहीं है ! या कौन है भगवान ? | साइंस ने तो यहाँ तक बोल दिया कि जो है इंसान का दिमाग है या जो भी है बस इंसान का मन है | लेकिन धार्मिक ग्रंथों में सभी प्रशनों के उत्तर हैं | उनमें से ही कुछ बातें मैं अपनी भाषा में आपसे करूंगा और अगर इसके इलावा भी आपका कोई प्रशन हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर पोस्ट करें | मैं अपनी समझ और धार्मिक ग्रंथों के आधार पर आपको हर प्रशन का उत्तर देने का प्रयास करूंगा |
भगवान एक ऐसी अदुत्ति शक्ति है जिसे बयान करना बहुत ही मुश्किल है | भगवान इस संसार, सृष्टि और ब्रह्माण्ड का रचयिता है | इस संसार की हर एक वस्तु और कण कण में उसका वास है | भगवान हर जगह मौजूद है, इसमें तो कोई शंका करनी ही नहीं चाहिए क्यूंकि अगर आप शंका करते हो तो फिर आप कृतघ्न हो | मैंने शंका करने वाले को कृतघन इसलिए कहा क्यूंकि भगवान हमें बहुत कुछ देता है फिर भी हम शंका करें तो कृतघ्न ही हुए न |
अब कुछ लोग कहेंगे मुझे तो भगवान ने कुछ दिया ही नहीं लेकिन भगवान उनको भी दे रहा है और हमेशा देता रहेगा | वो तो उनको भी देता है जो भगवान के अस्तित्व पर शंका करते हैं या मानते ही नहीं कि ऐसी अदुति शक्ति हमारे बीच और हमारे आस पास काम कर रही है | | भगवान हमसे पूछे बिना और हमारी मांग के बिना हमें बहुत देता है, इस का एक उदाहरण यह भी है कि हम कभी यह नहीं मांगते कि भगवान मुझे आज इतने स्वास देना लेकिन भगवान हमें स्वास दे रहा है और देता रहेगा जब तक वो चाहेगा |
हमारे चाहने और ना चाहने से कुछ नहीं होगा लेकिन भगवान के चाहने और ना चाहने से वो भी हो सकता है जिसकी इंसान ने कल्पना भी नहीं की होगी | फिर भी इंसान खुद को प्रधान मानता है, इंसान को भर्म है कि सब कुछ इसके हाथ में है | लेकिन इंसान के हाथ में कुछ नहीं अगर इसके हाथ में हो तो यह तो कभी मरे ही न या हर वो काम करे जो इसे नहीं करने चाहिए |
उम्मीद है आपको पढ़कर अच्छा लगा होगा, कमेंट करके जरूर बताईएगा |
भगवान एक ऐसी अदुत्ति शक्ति है जिसे बयान करना बहुत ही मुश्किल है | भगवान इस संसार, सृष्टि और ब्रह्माण्ड का रचयिता है | इस संसार की हर एक वस्तु और कण कण में उसका वास है | भगवान हर जगह मौजूद है, इसमें तो कोई शंका करनी ही नहीं चाहिए क्यूंकि अगर आप शंका करते हो तो फिर आप कृतघ्न हो | मैंने शंका करने वाले को कृतघन इसलिए कहा क्यूंकि भगवान हमें बहुत कुछ देता है फिर भी हम शंका करें तो कृतघ्न ही हुए न |
अब कुछ लोग कहेंगे मुझे तो भगवान ने कुछ दिया ही नहीं लेकिन भगवान उनको भी दे रहा है और हमेशा देता रहेगा | वो तो उनको भी देता है जो भगवान के अस्तित्व पर शंका करते हैं या मानते ही नहीं कि ऐसी अदुति शक्ति हमारे बीच और हमारे आस पास काम कर रही है | | भगवान हमसे पूछे बिना और हमारी मांग के बिना हमें बहुत देता है, इस का एक उदाहरण यह भी है कि हम कभी यह नहीं मांगते कि भगवान मुझे आज इतने स्वास देना लेकिन भगवान हमें स्वास दे रहा है और देता रहेगा जब तक वो चाहेगा |
हमारे चाहने और ना चाहने से कुछ नहीं होगा लेकिन भगवान के चाहने और ना चाहने से वो भी हो सकता है जिसकी इंसान ने कल्पना भी नहीं की होगी | फिर भी इंसान खुद को प्रधान मानता है, इंसान को भर्म है कि सब कुछ इसके हाथ में है | लेकिन इंसान के हाथ में कुछ नहीं अगर इसके हाथ में हो तो यह तो कभी मरे ही न या हर वो काम करे जो इसे नहीं करने चाहिए |
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